
Kota : ओटी मेँ बेटे की सर्जरी चल रही थी, बाहर खड़े पिता को बुलाया, सुन्न किया, कट लगा ड्रेसिंग कर दी
RNE Kota.
राजस्थान मेँ स्वास्थ्य सेवाओं और हॉस्पिटल के हालात को लेकर यूं तो आए दिन सवालिया निशान लगते हैं लेकिन अब एक एस मामला सामने आया है जिसे जानकर हर कोई हैरान हो रहा है। यह मामला कोटा के सुपर स्पेशियलिटी सेंटर (SSB) का है। यहां अपने बेटे की सर्जरी करवाने गए एक पिता को ओटी मेँ बुलाकर उनकी भी सर्जरी कर दी। कैसी सर्जरी की है? क्यों की है? जैसे सवालों के जवाब तलाशने के लिए अब एक जांच कमेटी बनाई गई है।मामला यह है :
बारां के अटरू निवासी मनीष पांचाल का कुछ समय पहले मेरा बारां में एक्सीडेंट हुआ था। उसके पैर की प्लास्टिक सर्जरी होनी थी। लगभग 10 दिन पहले उसे SSB में भर्ती करवाया गया था। 12 अप्रैल को सुबह सभी जांचे कर ऑपरेशन थिएटर में ले गए।पिता बाहर खड़े थे, बुलाकर ये किया :
मनीष ने बताया- मेरे पिता जगदीश (60) ऑपरेशन थिएटर के बाहर खड़े होकर मेरी सर्जरी होने का इंतजार कर रहे थे। इसी दौरान ऑपरेशन थिएटर के अंदर से किसी स्टाफ ने जगदीश नाम से आवाज लगाई। जगदीश नाम सुनते ही पिता खड़े हो गए। पिता के खड़े होते ही स्टाफ उन्हें अंदर ले गया और एनेस्थीसिया दे दिया। बेहोश करने के बाद हाथ में चीरा लगा दिया और फिर 6-7 टांके लगा दिए। मेरे पिता न तो हॉस्पिटल में भर्ती थे, न ही उनके कोई तकलीफ थी। मेरा ऑपरेशन होने के बाद मैं बाहर आया तो पिता के हाथ में पट्टी बंधी देखी। मैंने जब उनसे पट्टी के बारे में पूछा तो उन्होंने पूरी बात बताई।अब मामले की जांच के लिए 3 सदस्यीय कमेटी :
मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉक्टर संगीता सक्सेना ने मामले की जांच के लिए 3 सदस्यीय कमेटी गठित की है। उनका कहना है, जांच के बाद ही असलियत का पता लगेगा कि आखिर यह कैसे हुआ। अब तक सामने आई जानकारी के अनुसार, 12 अप्रैल को डॉ. राजेंद्र महावर (वेस्कुलर सर्जन) की ओटी थी। उसी दिन प्लास्टिक सर्जन डॉ. निर्मल गुप्ता ने जगदीश के बेटे मनीष की प्लास्टिक सर्जरी की थी।